ज्योतिष में वाणी संबधि दोषों का कारण बुध ग्रह की प्रतिकुलता माना गया है। अतः बुध ग्रह का अनुभूत मन्त्र पेश है जिसका जाप कर हकलाहट तुतलाहट के रोगी अनुभव कर सकते हैं कि क्या वास्तव में वाणी दोष का कारण बुध का दोष था।
।।ॐ नजगजीक्षस्वामी ॐ नजगजीक्षस्वामी ।। (दो उच्चारण का एक मन्त्र हुआ)
इस मंत्र का जाप गणेश जी के सामने रोज 108 बार करें आप पहले दिन से ही 25 प्रतिशत फायदा देखेगें तथा धीरे धीरे पूर्ण फायदा देखेगें परन्तु ज्यादा ओप्टीमिस्टीक ना हों नार्मल व्यक्ति भी 10-15 प्रतिशत परिस्थिती के अनुसार अटक जाता है परन्तु वो इससे वहम नहीं करता।
इस मंत्र का जाप गणेश जी के सामने रोज 108 बार करें आप पहले दिन से ही 25 प्रतिशत फायदा देखेगें तथा धीरे धीरे पूर्ण फायदा देखेगें परन्तु ज्यादा ओप्टीमिस्टीक ना हों नार्मल व्यक्ति भी 10-15 प्रतिशत परिस्थिती के अनुसार अटक जाता है परन्तु वो इससे वहम नहीं करता।
अन्य उपाय भी करें जैसे 20 मिनट अनुलोम विलोम व प्रथम अक्षर लम्बा उच्चारित करना जिसे मैने मेरे मूल अंग्रेजी के ब्लोग में निम्न लिकं पर सरल अंग्रेजी में समझाया है भी पढ़ कर अपनायें तथा वाणी दोष समाप्त करें
yah mantra kisi bhi samay kiya ja sakta hai main ratri main karna chahata haun 9;00pm
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